मुख्यमंत्री कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में इंदौर, आदर्श शहर बनकर उभरा हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर जिला प्रशासन व चिकित्सकों के प्रयासों की सराहना की


कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में इंदौर, आदर्श शहर बनकर उभरा हैं


प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को इंदौर के अभय प्रशाल में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ चर्चा करते हए कहा कि इंदौर कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में आदर्श शहर बनकर उभरा हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर में कोरोना से जंग जीतने के लिए किए गए नए-नए प्रयासों का डोक्यूमेंटेशन किया जाना चाहिए, ताकि देश व प्रदेश के अन्य शहर भी इंदौर के प्रयासों से सीख ले सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दौरान कहा कि प्रारंभ में इंदौर की स्थिति बहत खराब थी, लेकिन स्थानीय चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टॉफ तथा जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से इंदौर ने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में काफी हद तक सफलता पा ली है तथा शीघ्र ही इंदौर कोरोना मुक्त होगा। इस अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री रमेश मेंदोला तथा श्रीमती मालिनी गौड़, श्री आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि भी इस दौरान मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के उपचार में त्रिकटु चूर्ण व काढ़ा जैसी आयुर्वेदिक औषधियां भी कारगर सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि इंदौर में योगा एवं संगीत के माध्यम से भी कोरोना संक्रमित मरीजों को काफी राहत दिलाई गई है। इससे पूर्व इंडियन मेडिकल एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. सतीश जोशी ने कहा कि निजी व सरकारी चिकित्सकों के साथ साथ जूनियर डॉक्टर्स ने भी कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना के विरुद्ध संघर्ष किया। सभी के संयुक्त प्रयासों से इंदौर को कोरोना मुक्त बनाने में काफी हद तक सफलता भी मिली है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान से अनुरोध किया कि यदि कोरोना के विरूद्ध जंग में कोई डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो जाता है तो उसके निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की जायें। इसके अलावा डॉ हिम्मत जैन ने इंदौर में होम आइसोलेशन एप के सफल प्रयोग के बारे में मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया और कहा कि इस तरह का प्रयोग प्रदेश के अन्य शहरों में भी किया जा सकता है। डॉ. सुबोध चतुर्वेदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने समय समय पर वेबिनार आयोजित कर नागरिकों को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक किया है। डॉ. रवि जोशी ने इस अवसर पर कहा कि पिछले दिनों में यह अनुभव किया गया है कि कोरोना संक्रमण के बचाव के मामले में पीपीई किट से अधिक आवश्यकता चेहरे वाले हिस्से के बचाव की है। उन्होंने कहा कि दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, ताकि वे कोरोना संक्रमण से भी बचे रहें। आशा कार्यकर्ता सुश्री फिजा फातिमा ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री चौहान से अनुरोध किया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा कार्यकर्ताओं को पर्याप्त सुरक्षा दी जायें। इसके अलावा डॉ सूरज वर्मा, डॉ. मालाकार व डॉ. बी.बी. पाण्डे ने भी कार्यक्रम में संबोधित किया।