नई दिल्ली जामिया क्षेत्र हिंसा के 10 उपद्रवी गिरफ्तार, इनमें एक भी स्टूडेंट नहीं


नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया क्षेत्र में जमकर हिंसक रूप देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों ने कई बसें और बाइक को आग के हवाले कर दिया था। प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अराजक तत्वों के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में घुसे होने के संदेह पर कैंपस से सभी छात्रों को बाहर निकाल दिया और 50 छात्रों को हिरासत में लिया। छात्रों को हिरासत में लेने के बाद विरोध प्रदर्शन और उग्र हो गया है।


प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर रातभर धरना दिया। सुबह सभी छात्रों को रिहा करने के बाद धरना खत्म हुआ।














 

दिल्ली की घटना के विरोध में देशभर की 50 यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा आक्रोश जताया जा रहा है। इस दौरान कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने भी हुए। इसी बीच दिल्ली के जामिया क्षेत्र में एक बार फिर प्रदर्शन की खबर सामने आ रही है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जामिया इलाके से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो हिंसक प्रदर्शन में शामिल है। गिरफ्तार हुए लोगों में एक भी जामिया यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट नहीं है। केरल के वायनाड में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने राज्य की सरकारी बस पर पत्थरबाजी की। इस मामले में चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।






इधर, हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने परीक्षा को बायकॉट करने का ऐलान किया है. जामिया-एएमयू में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर देशभर में छात्रों से समर्थन मिल रहा है। वहीं दिल्ली पुलिस के द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज का पूरे देश में विरोध हो रहा है। पुड्डुचेरी यूनिवर्सिटी में छात्रों ने क्लास बायकॉट करने का ऐलान किया है।