देश को मिला पहला राफेल फाइटर जेट, 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना में होगा शामिलभारतीय वायुसेना की नयी ताकत की तारीख का ऐलान हो गया है। राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना को मिलने जा रहा है।
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की नयी ताकत की तारीख का ऐलान हो गया है। भारतीय वायुसेना ने पहला कॉम्बैट एयरक्राफ्ट फ्रांस स्थित दसॉल्ट एवियेशन के निर्माण ईकाई से हासिल कर लिया है। एएनआई सूत्रों को मिली जानकारी के मुताबिक पहले एयरक्राफ्ट का टेल नंबर आरबी-01 है और इसे भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल वीआर चौधर के नेतृत्व वाली भारतीय वायुसेना के अफसरों की टीम ने हासिल किया।
भारत और फ्रांस के बीच राफेल एयरक्राफ्ट के लिए 60 हजार करोड़ की डील साइन हुई है। सूत्रों ने बताया कि पहला एयरक्राफ्ट एक असेपटेंस मोड के तहत हासिल किया जाएगा और फ्रांस में करीब सात महीने तक इसका ट्रायल और टेस्ट होगा।
आधिकारिक रूप से 8 अक्टूबर को इस एयरक्राफ्ट को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस का दौरा करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नये एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदोरिया की मौजूदगी में राफेल भारतीय वायुसेना को हैंडओवर किया जाएगा। 19 सितंबर यानी कल ही राफेल की डिलीवरी का डिप्टी एयर चीफ वीआर चौधरी को Acceptance मिला है। किसी भी विमान या हथियार के मिलने से पहले औपचारिक तौर पर 'acceptance' होता है। लेकिन तमाम तरह के परीक्षणों के बाद इन विमानों की आपूर्ति मई 2020 से ही शुरू होगी।